संवाद सूत्र, बदरीनाथ (चमोली) : जोशीमठ और बदरीनाथ के बीच हाइवे जल्द खुलने की उम्मीदें धूमिल होती नजर आ रही हैं। मंगलवार से हाथीपहाड़ में मलबा आने से बंद सड़क खोलने की कवायद चल ही रही थी कि गुरुवार तड़के एक बार फिर पहाड़ से मलबा गिरना शुरू हो गया। इससे 150 मीटर सड़क धंस गई और 500 मीटर सड़क मलबे में दब गई। भारी मात्रा में मलबा गिरने से अलकनंदा का बहाव में भी बाधा आई है। मलबा हटाने में जुटे सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के द्वितीय कमान अधिकारी दिव्य विकास ने बताया कि इससे नदी में एक तरफ 10 मीटर गहरी व 200 मीटर लंबी झील बन गई है। हालांकि उन्होंने कहा कि झील से लगातार पानी का रिसाव हो रहा है, इसलिए किसी तरह का खतरा नहीं है। द्वितीय कमान अधिकारी के अनुसार अब यातायात सुचारु करने में तीन से चार दिन लग सकते हैं।
इस बीच हालात को देखते हुए सरकार ने मार्ग में फंसे तीन हजार से ज्यादा यात्रियों को निकालने का काम शुरू कर दिया है। चमोली के जिलाधिकारी अशोक कुमार के अनुसार करीब एक हजार यात्री विष्णुप्रयाग से करीब दो किलोमीटर की दूरी पैदल तय मारवाड़ी पहुंचे और यहां से उन्हें वाहनों से जोशीमठ लाया गया। इसके अलावा बदरीनाथ और पांड़केश्वर में फंसे 186 यात्रियों को तीन हेलीकॉप्टर की मदद से जोशीमठ लाया गया।
जोशीमठ से बदरीनाथ की ओर 12 किलोमीटर दूर स्थित हाथीपहाड़ पर मंगलवार से ही भूस्खलन हो रहा है। गुरुवाड तड़के हुए भूस्खलन से बीआरओ का एक डोजर मलबे में दब गया। गौरतलब है कि बुधवार से मेजर समेत दो लोगों के घायल होने के बाद बीआरओ ने यहां काम रोक रखा था। आज दोपहर बाद करीब दो बजे एक बार फिर मलबा हटाने का काम शुरू किया गया। बीआरओ अधिकारियों ने बताया कि मलबा हटाने के लिए सड़क के दोनों ओर से मशीनें लगाई गई हैं। बावजूद इसके तीर्थयात्रियों के बदरीनाथ जाने का सिलसिला जारी रहा। करीब एक हजार से ज्यादा यात्री मारवाड़ी से विष्णुप्रयाग के बीच दो किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर बदरीनाथ पहुंचे।
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मार्ग खुलने तक दो हेलीकॉप्टर नियमित भरेंगे उड़ान : सीएम
हालात का जायजा लेने जोशीमठ पहुंचे मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अधिकारियों को तीन दिन में मार्ग खोलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यात्रा जारी है और यात्रियों को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक मार्ग नहीं खुल जाता तब तक दो हेलीकॉप्टर जोशीमठ से पांडुकेश्वर के बीच उड़ान भरते रहेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं को हेलीकॉप्टर के किराए में छूट दी गई है। इसके तहत बच्चों व महिलाओं के लिए प्रति व्यक्ति 500 रुपए लिए जाएंगे और बुजुर्गो को 750 रुपए चुकाने होंगे। जबकि अन्य के लिए किराया एक हजार रुपए होगा।
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तीनों धाम में यात्रा सुचारु
बदरीनाथ में भले ही भूस्खलन ने यात्रा में खलल डाला हो, लेकिन केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री यात्रा जारी रही। गुरुवार को केदारनाथ पहुंचे 1116 श्रद्धालु, गंगोत्री में 741 और यमुनोत्री में 884 यात्रियों ने दर्शन किए।
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मौसम का पूर्वानुमान
उत्तराखंड में अगले चौबीस घंटों में कहीं-कहीं विशेषकर उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जनपदों में बहुत हल्की वर्षा व बर्फबारी की संभावना है। साढ़े तीन हजार मीटर व इससे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में एक से पांच सेमी तक बर्फ गिर सकती है।
इस बीच हालात को देखते हुए सरकार ने मार्ग में फंसे तीन हजार से ज्यादा यात्रियों को निकालने का काम शुरू कर दिया है। चमोली के जिलाधिकारी अशोक कुमार के अनुसार करीब एक हजार यात्री विष्णुप्रयाग से करीब दो किलोमीटर की दूरी पैदल तय मारवाड़ी पहुंचे और यहां से उन्हें वाहनों से जोशीमठ लाया गया। इसके अलावा बदरीनाथ और पांड़केश्वर में फंसे 186 यात्रियों को तीन हेलीकॉप्टर की मदद से जोशीमठ लाया गया।
जोशीमठ से बदरीनाथ की ओर 12 किलोमीटर दूर स्थित हाथीपहाड़ पर मंगलवार से ही भूस्खलन हो रहा है। गुरुवाड तड़के हुए भूस्खलन से बीआरओ का एक डोजर मलबे में दब गया। गौरतलब है कि बुधवार से मेजर समेत दो लोगों के घायल होने के बाद बीआरओ ने यहां काम रोक रखा था। आज दोपहर बाद करीब दो बजे एक बार फिर मलबा हटाने का काम शुरू किया गया। बीआरओ अधिकारियों ने बताया कि मलबा हटाने के लिए सड़क के दोनों ओर से मशीनें लगाई गई हैं। बावजूद इसके तीर्थयात्रियों के बदरीनाथ जाने का सिलसिला जारी रहा। करीब एक हजार से ज्यादा यात्री मारवाड़ी से विष्णुप्रयाग के बीच दो किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर बदरीनाथ पहुंचे।
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मार्ग खुलने तक दो हेलीकॉप्टर नियमित भरेंगे उड़ान : सीएम
हालात का जायजा लेने जोशीमठ पहुंचे मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अधिकारियों को तीन दिन में मार्ग खोलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यात्रा जारी है और यात्रियों को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक मार्ग नहीं खुल जाता तब तक दो हेलीकॉप्टर जोशीमठ से पांडुकेश्वर के बीच उड़ान भरते रहेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं को हेलीकॉप्टर के किराए में छूट दी गई है। इसके तहत बच्चों व महिलाओं के लिए प्रति व्यक्ति 500 रुपए लिए जाएंगे और बुजुर्गो को 750 रुपए चुकाने होंगे। जबकि अन्य के लिए किराया एक हजार रुपए होगा।
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तीनों धाम में यात्रा सुचारु
बदरीनाथ में भले ही भूस्खलन ने यात्रा में खलल डाला हो, लेकिन केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री यात्रा जारी रही। गुरुवार को केदारनाथ पहुंचे 1116 श्रद्धालु, गंगोत्री में 741 और यमुनोत्री में 884 यात्रियों ने दर्शन किए।
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मौसम का पूर्वानुमान
उत्तराखंड में अगले चौबीस घंटों में कहीं-कहीं विशेषकर उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जनपदों में बहुत हल्की वर्षा व बर्फबारी की संभावना है। साढ़े तीन हजार मीटर व इससे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में एक से पांच सेमी तक बर्फ गिर सकती है।
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